जीवन को नव गान सुनायें
जीवन को नव गान सुनायें:
----------------------------------------वास्ते प्रतियोगिता
नव वर्ष के उगते सूरज को आओ मिल कर अर्ध्य चढ़ायें,
हंसते-गाते भोर मे हम मिलकर जीवन को नव गान सुनायें
नव स्फूर्ति,नवशक्ति है लाया स्वागत है इस नवीन वर्ष का
दुआ मांगी है हमने प्रभु से सुखद रहे हर पल जीवन का।
दीन-हीन और साधन -हीन को भी सब साधन साध्य हो जायें,
दुआ यही उनके बच्चे भी नये कपड़ों मे मुस्कायें।
सबके लिए समान रूप से नवल वर्ष सुखदायी हो,
रोज मने ईद,दीवाली हर घर मे खुशहाली हो।
अपने लिए अब मै क्या मांगू बिन मांगे सब पाया है,
देवी मां की कृपा दृष्टि से अनुपम जीवन पाया है।
इन ख़ुशियों में सब शामिल हों जीवन अपना सफ़ल बनाएं,
आज हम सब मिलकर के जीवन को नव गान सुनायें।
नवल प्रेरणा,नवल उत्साह देने आया है नवल वर्ष,
हम सब पाएं नवल वर्ष मे नवल साहस,नवल उत्कर्ष।
आनन्द कुमार मित्तल, अलीगढ़
Shashank मणि Yadava 'सनम'
06-Jan-2023 03:22 AM
उम्दा सृजन और खूबसूरत संदेश
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Gunjan Kamal
05-Jan-2023 09:15 PM
बेहतरीन
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Raziya bano
04-Jan-2023 11:17 AM
Nice
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